• Wed, Sep 2025

180 दिन-501 अटैक-257 मौतें… आखिर क्यों आतंकियों के निशाने पर है बलूचिस्तान, 5 कारणों से समझें?

180 दिन-501 अटैक-257 मौतें… आखिर क्यों आतंकियों के निशाने पर है बलूचिस्तान, 5 कारणों से समझें?

बलूचिस्तान आतंकियों के निशाने पर है, पिछले छह माह यानी तकरीबन 180 दिनों में यहां 501 अटैक हो चुके हैं. इनमें जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 257 है. यह खुलासा पाकिस्तान के प्रांतीय गृह विभाग द्वारा जारी अर्ध-वार्षिक रिपोर्ट में हुआ है. इसमें ये भी बताया गया है कि इन हमलों में कुल 492 लोग घायल हुए हैं.

पाकिस्तान का प्रांत बलूचिस्तान आतंकियों के निशाने पर है. पिछले साल से तुलना की जाए तो इस साल यहां होने वाले हमलों में तकरीबन 45 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई. यहां बम, ग्रेनेड, आईईडी, बारूदी सुरंगों के साथ रॉकेट अटैक की घटनाएं आम हो गई हैं. दरअसल पाकिस्तान के इस प्रांत में लंबे समय से अशांति है. संसाधन संपन्न यह क्षेत्र पिछले काफी समय से उग्रवाद, सांप्रदायिक हिंसा और आतंकी संगठनों के हमले का सामना कर रहा है. अधिकारियों का मानना है कि नए आंकड़े यह दर्शाने के लिए काफी हैं कि हालात कितने बेकाबू हो चुके हैं.

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बलूचिस्तान पर हो रहे हमलों का कारण क्या?
1- राजनीतिक असंतुष्टि

बलूचिस्तान में आतंकी हमलों का कारण कई बार बलूच लोगों का विद्रोह भी होता है. यह 1948 से ही पाकिस्तान से अलग होने की ख्वाहिश रखते हैं. खास तौर से बलूच अलगाववादी बलूच लि