• Wed, Sep 2025

आसीम मुनीर के US दौरे का खुल गया राज, BLA के मजीद ब्रिगेड पर लगवा दिया बैन

आसीम मुनीर के US दौरे का खुल गया राज, BLA के मजीद ब्रिगेड पर लगवा दिया बैन

MAJEED BRIGADE TERRORIST DESIGNATED : पाकिस्तान ने सिर्फ पंजाब प्रांत को छोड़कर किसी और प्रांत को अपना नहीं माना. सबसे ज्यादा अत्याचार बलूच लोगों पर किया. हजारों लोगों को गायब कर दिया, मार दिया गया और प्राकृतिक संसाधनों का दोहन अब भी जारी है. ज्यादती से परेशान होकर बलूच नागरिकों ने हथियार उठाए. और ऐसे उठाए कि पाकिस्तानी फौज के होश उड़ गए. लेकिन अब अमेरिका ने बलूचिस्तान के विद्रोही गुट BLA के मजीद ब्रिगेड को भी आतंकवादी घोषित कर दिया. इस फैसले के बाद अब यह साफ हो गया है कि आसीम मुनीर फील्ड मार्शल का पद लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के दरबार में क्यों गए थे. जिस काम के लिए मुनीर अमेरिका गए थे, वह अब सामने आ गया है. भारतीय सेना रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी का मानना है कि मुनीर ट्रंप के सामने जाकर रो रहे होंगे और कहा होगा कि हमे बलूच विद्रोहियों से बचाएं, रोज हमारे सैनिक मारे जाते है इन पर प्रतिबंध लगाएं.

क्या कहा अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने?

मजीद ब्रिगेड बलूच लिबरेशन आर्मी की एक विंग है, जो पाकिस्तानी सुरक्षाबलों पर ताबड़तोड़ हमले कर रही है. पाक पीएम और आसीम मुनीर की हालत इतनी खराब हो गई कि एक भी अटैक को रोक पाना तो दूर, उसकी प्लानिंग की भनक तक नहीं लगा सके. अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट की तरफ से 11 अगस्त को एक बयान जारी किया गया, जिसमें मजीद ब्रिगेड को आतंकवादी घोषित कर दिया गया. बयान में कहा गया कि अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और उसके उपनाम, मजीद ब्रिगेड को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) घोषित कर रहा है और मजीद ब्रिगेड को BLA के नाम में एक उपनाम के रूप में जोड़ रहा है. BLA को साल 2019 में कई आतंकवादी हमलों के बाद SDGT यानी स्पेशली डेजिग्नेटेड ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित किया गया था. 2019 के बाद से, BLA ने मजीद ब्रिगेड सहित कई अन्य हमलों की ज़िम्मेदारी ली है. 2024 में BLA ने कराची एयरपोर्ट और ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी परिसर के पास आत्मघाती हमले करने का दावा किया था. 2025 में BLA ने मार्च में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफ़र एक्सप्रेस ट्रेन के अपहरण की ज़िम्मेदारी ली थी, जिसमें 31 नागरिक और सुरक्षाकर्मी मारे गए थे और 300 से ज़्यादा ट्रेन यात्रियों को बंधक बना लिया गया था. स्टेट डिपार्टमेंट की तरफ से की गई कार्रवाई आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए ट्रंप प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. आतंकवादी घोषित करना इस अभिशाप के विरुद्ध हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और आतंकवादी गतिविधियों के लिए समर्थन को कम करने का एक प्रभावी तरीका है.
पाकिस्तान के खिलाफ बलूच विद्रोह

बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन अलग-अलग चरणों में अपने ऑपरेशन को चलाया. इसका नतीजा है कि हर दिन पाक फौज पर हमला होता है और उनके सैनिक मारे जाते हैं. साल 2000 की शुरुआत से बलूच मूवमेंट ज्यादा आक्रामक हुआ और अब यह अपने सबसे आक्रामक दौर पर पहुंच चुका है. पहले चरण में पहाड़ी इलाकों में गुरिल्ला वॉरफेयर, सेना के काफिले पर हमला और पाक सेना के चेकप्वाइंट पर अटैक करना शामिल था. यह चरण साल 2000 में शुरू हुआ जो कि 2008 तक जारी रहा. इसके बाद दूसरा चरण 2008 से 2017 तक चला. इस फेज में बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तान के इंफ्रास्ट्रक्चर, गैस पाइपलाइन, कम्यूनिकेशन लाइन पर हमला कर तोड़फोड़ करना, पाकिस्तानी जासूस और सुरक्षाबलों को निशाना बनाना शुरू किया. इसके बाद सबसे आक्रामक चरण 2018 से शुरू हुआ जो अब भी जारी है. इस दौर में बलूच तकनीकी तौर पर खुद को और मजबूत कर चुके हैं. पाकिस्तान की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि जो तकनीक बलूच विद्रोहियों के जरिए अपनाई जा रही है उसकी कोई काट नहीं है. इस तीसरे चरण में हमले शहरी इलाकों में तेज हो गए. मजीद ब्रिगेड जैसे सुसाइड अटैक, बड़े शहरों में कॉर्डिनेटेड अटैक और पाकिस्तानी आर्मी कैंपो पर कब्जा करना तक शामिल है. खास बात यह है कि पहले और दूसरे चरण भी इस तीसरे चरण के साथ जारी हैं.