सदर अंचल का मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला सदर अंचल के मिर्जापुर मौजा में लगभग डेढ़ बीघे भूमि को लेकर बताया जाता है। मामले में सासाराम के प्रतापगंज मोहल्ला निवासी पंकज कुमार ने बताया कि भूमि विवाद को लेकर डीसीएलआर कोर्ट में मेरे द्वारा एक अपील की गई थी, जिसमें विवादित भूमि का म्यूटेशन रद्द करने के लिए आदेश पारित था और इसी आदेश के आलोक में सासाराम अंचल कार्यालय में दो बार आवेदन दिया, लेकिन सासाराम अंचल अधिकारी द्वारा बार-बार डाटा ऑपरेटर से मिलने की बात कही गई।
घूसखोर डाटा ऑपरेटर
उन्होंने बताया कि जब डाटा ऑपरेटर आकाश कुमार से बात हुई तो उन्होंने दाखिल-खारिज के लिए एक लाख दस हजार रुपए की मांग की। वहीं इन लोगों द्वारा बार-बार पैसे के लिए दबाव बनाया गया, जिसके बाद मैंने इसकी सूचना निगरानी विभाग को दी। निगरानी विभाग की इस कार्रवाई से अंचल कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। कार्रवाई के संदर्भ में निगरानी विभाग के डीएसपी अमरेंद्र प्रसाद विद्यार्थी ने बताया कि सासाराम अंचल कार्यालय में दाखिल खारिज के लिए रिश्वत मांगे जाने को लेकर पीड़ित पंकज कुमार द्वारा एक शिकायत दर्ज कराई गई थी।
निगरानी ने दबोचा
टीम के मुताबिक विभाग ने शिकायत का सत्यापन कराया। एक धावा दल का गठन किया गया और आज डाटा ऑपरेटर आकाश कुमार को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। यह भी बताया कि पूरे मामले में अन्य अधिकारियों एवं कर्मियों के संलिप्तता की जांच की जाएगी। ध्यान रहे कि बिहार सरकार इन दिनों एंट्री करप्शन ड्राइव चला रही है। सभी विभागों में रिश्वतखोरों पर लगाम लगाने की कार्रवाई की जा रही है।
Bribe-taking data operator
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