• Wed, Sep 2025

बिजली विभाग का बाबू 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से हड़कंप

बिजली विभाग का बाबू 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से हड़कंप

जागरण संवाददाता, बरेली। बिजली विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो चुकी हैं कि सरकार की सख्ती के बाद भी असर नहीं पड़ रहा है। शनिवार को अधिशासी अभियंता प्रथम (ग्रामीण) कार्यालय में तैनात बाबू को रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार कर लिया। बिजली का बिल संशोधित करने के लिए 20,000 रुपये रिश्वत लिए थे, जबकि उसके बैग से 1.76 लाख रुपये बरामद हुए हैं।

सर्किट हाउस के सामने मुख्य अभियंता कार्यालय परिसर में ही अधिशासी अभियंता प्रथम (ग्रामीण) कार्यालय भी है। अपराह्न पौने तीन बजे लेखा लिपिक कक्ष में कार्यकारी सहायक अजीत कुमार पांडेय उपभोक्ता मीरगंज क्षेत्र के ग्राम गूला निवासी आभाष कुमार चौहान से बिल संशोधित करने के नाम पर रुपये ले रहे थे।

इसी दौरान एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम ने बाबू को अपनी गाड़ी में बैठाया और वहां से लेकर रवाना हो गई। आभाष कुमार चौहान का घरेलू कनेक्शन है। बकाया बिल 88,000 रुपये हो जाने से विभाग की ओर से प्राथमिकी दर्ज करा दी गई थी। वह लोग एक साल से बिल संशोधित कराकर जमा करने के लिए विभाग के चक्कर लगा रहे थे।
बाबू ने बीस हजार रुपये रिश्वत लेकर बिल संशोधित कर 35,000 रुपये का करने की बात कही थी। आभाष ने एंटी करप्शन को इससे अवगत कराया और आज कार्रवाई हो गई। मूल रूप से लखनऊ के गायत्री नगर, इंदिरा नगर निवासी अजीत यहां दो साल से तैनात हैं।

वह मीरगंज क्षेत्र का काम देखते हैं। एंटी करप्शन टीम ने बाबू का बैग की तलाशी ली तो उसमें अन्य स्रोतों से एकत्रित किए गए 1,76,500 रुपये बरामद हुए। विभाग में एंटी करप्शन की कार्रवाई से खलबली मच गई। अधिशासी अभियंता मनोज कुमार का कहना है कि कार्रवाई के दौरान वह कार्यालय में मौजूद नहीं थे। स्टाफ से मोबाइल पर इसकी जानकारी मिली है।

विभाग स्तर से भी कार्रवाई की जाएगी। इनसेट ...एचआर वर्टिकल मामले की चल रही जांच विद्युत वितरण नगरीय क्षेत्र के एचआर वर्टिकल के दो कर्मचारियों का भ्रष्टाचार संबंधी आडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है। मुख्य अभियंता ने अधीक्षण अभियंता के नेतृत्व में कमेटी गठित कर जांच शुरू करा दी है। अधीक्षण अभियंता का कहना है कि प्रकरण की जांच चल रही है।

भ्रष्टाचार में नपे थे अधिशासी अभियंता
विद्युत वितरण नगरीय क्षेत्र 33 वर्टिकल के तत्कालीन अधिशासी अभियंता महावीर सिंह भ्रष्टाचार मामले में कुछ दिनों पहले निलंबित हुए थे। ठेकेदार से एक लाख रुपये का लिफाफा अपनी दराज में डलवाते हुए वीडियो प्रसारित हुआ था। मामला मुख्यालय तक पहुंचने के बाद कार्रवाई की गई थी।