करमा सहित आसपास के गांवों के कई संपर्क मार्ग ऐसे हैं जो आज भी गड्ढायुक्त हैं। बरसात के मौसम में इन मार्गों की स्थिति और भी खराब हो गई है। प्रयागराज मिर्जापुर नेशनल हाईवे से करमा को जोड़ने के लिए नैनी के सरगम तिराहे से छिंवकी रेलवे स्टेशन, नीबी, देवरी बलापुर होते हुए एक मार्ग बनाया गया जो करमा करछना मार्ग पर छीतूपुर के पास मिलता है। पहले इस मार्ग की हालत बहुत खराब थी लेकिन बाद में इसका जीर्णोद्धार कराया गया। महाकुंभ से पहले इस सड़क को फिर से बनाया गया और छिंवकी स्टेशन के पास ओवरब्रिज बनाया गया जिससे इस मार्ग की उपयोगिता बढ़ गई। करमा सहित आसपास के दर्जनों गांवों के लोग प्रतिदिन इसी रास्ते से नैनी व प्रयागराज जाते हैं। इस मार्ग के दोनों ओर पटरी नहीं बनाई गई है। सड़क के दोनों ओर घनी झाड़ियां उगने और कुछ स्थानों पर पेड़ों की डालियां सड़क पर आ जाने से आवागमन में समस्या होती है। सड़क ऊंची होने से दोनों ओर की जमीन नीची है जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। महाकुंभ के दौरान इस मार्ग पर कई गाड़ियां पलट गई थीं। लोगों का मानना है कि यदि इस सड़क के दोनों ओर पटरी बना दी जाय तो आवागमन और सुलभ हो जाएगा। संपर्क मार्गों की हालत खराब क्षेत्र में मुख्य मार्गों से जुड़े संपर्क मार्गों की ओर भी ध्यान देना बहुत आवश्यक है। करमा कौंधियारा मुख्य सड़क से दानपुर को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग जगह जगह टूट गया है। दानपुर के पास सड़क पर बनाई गई पुलिया कई महीने पहले टूट गई थी। काफी प्रयास के बाद भी आज तक पुलिया का निर्माण नहीं हो सका। उसमें ईंट व मिट्टी पाटकर किसी तरह चलने लायक बनाया गया है। नैनी करमा मुख्य मार्ग पर बलापुर गांव के पहले से एक संपर्क मार्ग बना है जो चक मोहम्मद शादिक व चक ख्वाजा अली होते हुए मुरादपुर तक जाता है। इस मार्ग पर जगह जगह गड्ढे हो गए हैं जो बरसात के मौसम में आने जाने वाले लोगों को समस्या पैदा कर रहे हैं। नैनी करमा मार्ग पर बलापुर तिराहे के पास लगभग दो सौ मीटर सड़क पूरी तरह गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। लोगो ने बताया कि सड़क बनते समय छीतूपुर के एक व्यक्ति द्वारा इसका न्यायालय से स्टे ले लिया गया था जिससे लोगों को चक्कर लगाकर करछना करमा मार्ग तक पहुंचना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि इस सड़क के निर्माण में कानूनी अड़चन हो तो सुभाष इंटर कॉलेज के पीछे बनी सड़क का डामरीकरण कर दिया जाय जिससे यह दूरी कम हो जाएगी। बदल सकती है गांवों की तस्वीर करमा करछना मार्ग से हथिगनी होते हुए बड़गोहना तक जाने वाली सड़क पर जगह जगह गड्ढे बन गए हैं तो इसी मुख्य मार्ग पर हथिगन से चंद्रभान का पूरा होते हुए बैरहना तक जाने वाले संपर्क मार्ग की हालत भी दयनीय है। घोघापुर गांव नगर निगम की सीमा में आ गया है लेकिन गांव में बने संपर्क मार्गों में गड्ढे बन गए हैं जिनपर चलना मुश्किल हो गया है। क्षेत्रीय लोगों का मानना है कि सरकार द्वारा यदि मुख्य मार्गों की तरह ही ग्रामीण क्षेत्र के संपर्क मार्गों का भी पुनर्निर्माण करा दिया जाय तो गांवों की तस्वीर बदल जाएगी तथा लोगों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। बोले जिम्मेदार जिन मार्गों को कार्ययोजना में शामिल नहीं किया गया है। उनको शासन को भेजी जाने वाली संशोधित योजना में रखा जाएगा।। उसके पहले कौंधियारा विकास खंड में जहां जहां क्षतिग्रस्त मार्गों से परेशानी हो रही है। उसके लिए अधिकारियों को मौके पर भेजा जाएगा। -सुरेंद्र सिंह, अधिशाषी अभियंता निर्माण खंड चार करछना विधान सभा मे आने वाले गांवों की खराब सड़कों की एक सूची तैयार कराई गई। मेरे प्रयास से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा क्षेत्र की अधिकतर सड़कों के निर्माण की मंजूरी भी मिल गई है। संबंधित विभागों को इस आशय का पत्र भेज दिया गया है। जल्द ही इन सड़कों का निर्माण हो जाएगा। -पीयूष रंजन निषाद, क्षेत्रीय विधायक कौंधियारा विकास खंड के गांव बारा व करछना दो विधान सभाओं से जुड़े हैं। जिन गांवों की सड़कें खराब हैं उनके निर्माण के लिए दोनों विधान सभा के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सरकार व संबंधित अधिकारियों से वार्ता की जाएगी और खराब सड़कों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। -इंद्रनाथ मिश्र, ब्लॉक प्रमुख कौंधियारा ------------------- हमारी भी सुनें नैनी करमा मार्ग पर पटरी बनना बहुत आवश्यक है। महाकुंभ के समय देवरी गांव में ही यात्रियों की एक कार अनियंत्रित होकर गड्ढे में चली गई थी जिसमे दक्षिण भारत के कई यात्री घायल हो गए थे। सरकार को इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। -रामनाथ त्रिपाठी, समाजसेवी देवरी हथिगन से चंद्रभान का पूरा बैरहना मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। बरसात में सड़क पर हुए गड्ढों में कीचड़युक्त पानी भर जाने से ग्रामीणों को आवागमन में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इन मार्गों का पुनर्निर्माण होना बहुत आवश्यक है। -हरिप्रताप सिंह किसान, समाजसेवी बैरहना यमुनापार में ग्रामीण संपर्क मार्गों की हालत खराब है जिसका मुख्य कारण इन सड़कों की समुचित देखभाल न होना हो सकता है। मुख्य मार्गों की तरह यदि समय समय पर संपर्क मार्गों का भी जीर्णोद्वार होता रहे तो इस समस्या से मुक्ति मिल सकती है। - दीपक द्विवेदी पूर्व प्रधान हथिगन हथिगन सहित तिवारी का पूरा, बैरहना, चंद्रभान का पूरा, तेवरिया आदि में बनाई गई सड़कें खराब हो चुकी हैं। किसानों, मजदूरों, स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों साहित आमलोगों को आवागमन में परेशानी होती है। इन सड़कों का निर्माण होना जरूरी है। -मनोज पाण्डेय, शिक्षक सुंदरपुर हथिगन दानपुर में पिछले कई महीनों से सड़क पर बनाई गई एक पुलिया टूट गयी है जिसमें नीचे पाइप रखकर मिट्टी से पाट दिया गया है। पानी की निकासी के साथ ही आवागमन में लोगों को भारी समस्या हो रही है। इस पुलिया का निर्माण होना अत्यंत आवश्यक है। -अतुल गिरि गोस्वामी, समाजसेवी दानपुर करछना विधान सभा क्षेत्र के गांवों को जोड़ने वाली कई सड़कें खराब हो गई हैं। क्षेत्र के माननीय विधायक जी के प्रयास से अधिकतर सड़कों के पुनर्निर्माण की मंजूरी मिल गई है। जल्द ही इन सड़कों का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा जिसमे आवागमन की समस्या दूर होगी। - रविशंकर साहू, मंडल महामंत्री भाजपा नैनी करमा मार्ग के बलापुर से चक मोहम्मद शादिक व चक ख्वाजा अली गांव को जोड़ने वाली सड़क पर गड्ढे हो गए हैं। इनमें बरसात का पानी भर जाने से आने जाने वाले लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों से निवेदन है कि इस ओर ध्यान दें। -मोहम्मद इरफान, समाजसेवी चक मोहम्मद शादिक करमा कौंधियारा मार्ग पर बरौली से पहले लशोरेबीर मंदिर से दानपुर को जोड़ने वाले कच्चे मार्ग का डामरीकरण करवा दिया जाय तो दानपुर के लोगों को मुख्य मार्ग तक पहुंचने के लिए एक नया रास्ता मिल जाएगा और दूरी भी कम हो जाएगी। -अनिल शुक्ल, अवकाश प्राप्त अधिकारी दानपुर मुख्य मार्गों के अलावा गांवों में जो संपर्क मार्ग बनाये गए थे वे भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इन रास्तों पर पानी भर जाने से आवागमन बाधित हो रहा है। घोघापुर में रास्तों की स्थिति बहुत खराब है। यह गांव नगर निगम की सीमा में आ गया है। सड़कों का निर्माण जरूरी है। - योगेंद्र पाण्डेय, शिक्षक घोघापुर गांवों के विकास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ आवागमन की सुविधा बहुत जरूरी है। करमा क्षेत्र के गांवों की अधिकतर सड़कें खराब हैं इसलिए इन सड़कों का जीर्णोद्धार होना अति आवश्यक है। जनप्रतिनिधियों को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। -अनुराग जायसवाल, समाजसेवी करमा
- Wed, Sep 2025

करमा देश की अधिकतर आबादी गांवों में बसती है। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क सहित बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी बनती है। पिछले कुछ वर्षों में केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा अनेक नई सड़कों का निर्माण कराया गया तथा पुरानी सड़कों का जीर्णोद्धार कराया गया। प्रयागराज में महाकुंभ से पहले शहर को जोड़ने वाली सभी प्रमुख सड़कों का निर्माण हुआ।
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