एनसीवेब की निदेशक प्रो. गीता भट्ट ने बताया कि इस स्पेशल कटआफ के तहत केवल वे छात्राएं दाखिला ले सकेंगी जिन्हें पहले पांच कटआफ या स्पेशल कटआफ में दाखिला नहीं मिल सका था या जिन्होंने समय पर दाखिला नहीं लिया। इस राउंड में किसी नई छात्रा को प्रवेश का मौका नहीं मिलेगा। इसके अलावा पहले से दाखिला पा चुकी छात्राएं कालेज सेंटर भी नहीं बदल सकेंगी।
प्रो भट्ट के अनुसार, एनसीवेब की 15,200 सीटों में से अब तक 11,600 दाखिले हो चुके हैं। करीब 3,500 सीटें खाली हैं, जिन्हें भरने के लिए यह विशेष ड्राइव चलाई गई है। उन्होंने बताया कि कटआफ में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है और यह पांचवीं कटआफ के समान ही है। इस बार आरक्षित श्रेणी की सीटों पर अधिक दाखिले की संभावना है।
बीकॉम में सामान्य श्रेणी के लिए सीमित विकल्प
बीकॉम की कटऑफ में सामान्य श्रेणी के लिए 26 कालेज सेंटरों में से सात पर दाखिला बंद हो चुका है। शेष कालेज सेंटरों में 40-45 फीसदी अंक पर दाखिला संभव है। सबसे अधिक कटआफ केशव महाविद्यालय में 50 फीसदी रही।
ओबीसी श्रेणी में विवेकानंद, अदिति महाविद्यालय, भगिनी निवेदिता, डा. बीआर अंबेडकर कालेज और सत्यवती कालेज में 35 फीसदी पर दाखिला संभव है। हंसराज कालेज में यह 70 फीसदी और मिरांडा हाउस में 65 फीसदी पर पहुंच गई है। हंसराज और मिरांडा हाउस को छोड़कर एससी, एसटी, ईडब्ल्यूएस व पीडब्ल्यूडी श्रेणी में दाखिला 35 से 45 फीसदी पर मिल जाएगा।
बीए प्रोग्राम में इतिहास-राजनीति विज्ञान काम्बिनेशन की सबसे अधिक मांग
बीए प्रोग्राम के इतिहास-राजनीति विज्ञान काम्बिनेशन में सामान्य श्रेणी की सीटें केवल छह कालेज सेंटर पर उपलब्ध हैं। जेडीएम कालेज में 68 फीसदी और कालेज आफ वोकेशनल स्टडीज में 50 फीसदी पर दाखिला संभव है। ओबीसी, एसटी, ईडब्ल्यूएस और पीडब्ल्यूडी श्रेणियों में अब भी पर्याप्त सीटें खाली हैं।