पुलिस के मुताबिक, 22 मई को कपल किराए के स्कूटर पर मावलखियात गांव पहुंचा और वहां से नोंग्रियाट गांव में प्रसिद्ध ‘लिविंग रूट ब्रिज’ देखने के लिए 3000 सीढ़ियां उतरकर गया. वो रात भर एक होमस्टे में ठहरे थे. फिर 23 मई को सुबह वहां से दोनों निकले थे. इसके कुछ घंटों के बाद दोनों लापता हो गए.
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गाइड भाकुपार वांशाई ने बताया- मावलाखैत से नोंग्रियात तक पहुंचने में लगभग तीन घंटे लगते हैं. इसमें लगभग 3,000 सीढ़ियां उतरनी पड़ती हैं. कपल ने मुझे 22 मई को फोन किया. शाम के 3:30 बज रहे थे. मैंने मना नहीं किया और उन्हें नोंग्रियात ले जाने का फैसला किया. उन्हें शिपारा होमस्टे पर छोड़ने के बाद मैं चला गया. एक अन्य गाइड अल्बर्ट पडे भी उनके साथ थे. वांशाई ने बताया- हमने अगले दिन (23 मई) भी अपनी सेवा देने की पेशकश की. लेकिन उन्होंने (कपल ने) मना कर दिया. उन्होंने कहा कि वे रास्ता जानते हैं. वांशाई ने पुलिस को बताया कि सोनम ज्यादातर अंग्रेजी में बात कर रही थी.
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