मत्स्य पालन क्षेत्र को आगे बढ़ाना है मकसद
एक कार्यक्रम में, डॉ. लिखी ने राज्यों से इनोवेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर और संस्थागत तालमेल के जरिए मत्स्य पालन क्षेत्र को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सहयोगी प्रयासों को मजबूत करने का आग्रह किया।
मछुआरों की सुरक्षा और ऑपरेटिंग एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के व्यापक उपयोग पर जोर दिया गया, जिसमें रिसोर्स मैपिंग, बायोमेट्रिक पहचान और चेहरे की पहचान जैसे पहलू शामिल हैं।
टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने पर जोर
ग्रीन और ब्लू सस्टेनेबिलिटी सिद्धांतों से जुड़ी स्मार्ट, इंटीग्रेटेड मछली पकड़ने के बंदरगाहों और मॉडर्न फिश मार्केट के विकास को भविष्य की प्रमुख प्राथमिकता के रूप में पहचाना गया। उन्होंने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) और सपोर्टिव सब्सिडी स्ट्रक्चर के माध्यम से ड्रोन पहल को मजबूत करने का भी आह्वान किया।
आईसीएआर संस्थानों के समर्थन से एडवांस मत्स्य पालन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। इसके अलावा, प्रॉसेसिंग, मार्केटिंग और पैकेजिंग पर विशेष रूप से क्लस्टर डेवलपमेंट और एक संपन्न स्टार्टअप इकोसिस्टम के जरिए मजबूत फोकस को प्रोत्साहित किया गया।