जब भारत, अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करने के लिए राजनयिक अभियान तेज कर चुका है।
जनरल कुरिल्ला ने कमेटी के समक्ष गवाही देते हुए कहा, "वे (पाकिस्तान) इस वक्त सक्रिय रूप से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में शामिल हैं और उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ दुनिया में एक शानदार साझेदारी निभाई है।" जनरल कुरिल्ला ने कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिका द्वारा प्रदान की गई सीमित खुफिया जानकारी के आधार पर आईएसआईएस-के के खिलाफ दर्जनों अभियान चलाए, जिसमें कई आतंकवादी मारे गए और कम से कम पांच हाई वैल्यू वाले आतंकवादियों को पकड़ा गया।
भारत-पाक नीति पर भी बोले
गवाही के दौरान जनरल कुरिल्ला ने अमेरिका से भारत और पाकिस्तान, दोनों के साथ रणनीतिक संबंध बनाए रखने की वकालत की और कहा कि दक्षिण एशिया नीति को एकतरफा नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "हमें भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ संबंध रखने चाहिए। ये कोई बाइनरी विकल्प नहीं है कि अगर भारत से संबंध हैं तो पाकिस्तान से नहीं हो सकते। हमें हर रिश्ते की अपनी खूबियों के आधार पर उसे देखना चाहिए।"
Philips Steamer Offers
एड
Philips Steamer Offers
Philips
अधिक जानें
call to action icon
भारत का कड़ा रुख: "आतंकवाद के शिकार और समर्थक बराबर नहीं"
भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कदम उठाते हुए 7 मई को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए थे। ये सैन्य कार्रवाई 10 मई को उस वक्त रुकी जब पाकिस्तान की अपील पर दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच समझौता हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बार-बार दोहराया है कि आतंकवाद के शिकार और उसके समर्थक को बराबर नहीं ठहराया जा सकता। Politico को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने साफ कहा, "अगर पाकिस्तान फिर से वैसी ही बर्बर हरकतें करता है जैसी उसने अप्रैल में की, तो जवाब मिलेगा- और ये जवाब आतंकवादी संगठनों और उनके नेताओं के खिलाफ होगा। चाहे वे पाकिस्तान में कहीं भी हों, हम वहां तक जाएंगे।"
यह भी पढ़ें- US ने आर्मी डे पर असीम मुनीर को बुलाया, पाक में ही होने लगा विरोध; चीन भी परेशान
यह भी पढ़ें- अमेरिका से व्यापार वार्ता में कहां फंसा पेच, भारत बरत रहा सावधानी
ISIS-K के खिलाफ पाकिस्तान की भूमिका की तारीफ
उन्होंने विशेष रूप से 26 अगस्त 2021 को काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुए अबे गेट बम विस्फोट के लिए जिम्मेदार आईएसआईएस-के आतंकवादी मोहम्मद शरीफुल्लाह, उर्फ "जफर," की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण का उल्लेख किया। इस हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों और लगभग 160 नागरिकों की जान गई थी। उन्होंने विशेष रूप से पाक सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिका को सूचित किया कि ISIS-K का एक हाई-वैल्यू आतंकी मोहम्मद शरीफुल्ला उर्फ जाफर गिरफ्तार किया गया है। कुरिल्ला ने बताया, "मुनीर ने मुझे सबसे पहले फोन किया और कहा, 'मैंने उसे पकड़ा है, मैं अमेरिका को प्रत्यर्पण करने को तैयार हूं। कृपया रक्षा सचिव और राष्ट्रपति को बताएं'।"
पाकिस्तान में भी आतंकवाद की भारी कीमत
जनरल कुरिल्ला ने बताया कि साल 2024 की शुरुआत से अब तक पाकिस्तान में 1,000 से अधिक आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें लगभग 700 सुरक्षा बलों के जवान और 2,500 आम नागरिक मारे गए हैं। जनरल कुरिल्ला की गवाही ऐसे समय आई है जब अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष के बाद संघर्षविराम कराने में अपनी भूमिका का दावा किया है। यहां तक कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसका श्रेय खुद को दिया, जिससे नई दिल्ली में नाराजगी फैल गई। भारत ने अमेरिका के इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम किसी बाहरी दबाव में नहीं, बल्कि रणनीतिक संतुलन और भारत की सटीक कार्रवाई के चलते हुआ।