पटना की कई जगहों पर लगाए गए पोस्टर में लिखा गया है- मां तुझे सलाम, हर कोई इंदिरा गांधी नहीं हो सकता! जाहिर तौर पर यह कांग्रेस की ओर से वर्तमान केंद्रीय सरकार के नेतृत्व की ओर संकेत है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज भरा कटाक्ष है. बता दें शनिवार को पाकिस्तान के डीजीएमओ की अपील पर भारत सरकार ने युद्ध विराम पर अपनी सहमति जताई और सीजफायर लागू हो गया. अब इसको लेकर जहां कई राजनीतिक दल सही कदम बता रहे हैं, वहीं कई सियासी पार्टियां नरेंद्र मोदी सरकार को अपने टारगेट पर ले रहीं हैं. इनका कहना है कि पाकिस्तान को अभी और सबक सिखाया जाना था और सीज फायर नहीं करना था. यही नहीं, मामले में अपरोक्ष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका को आगे रखते हुए कई नेता और राजनीतिक पार्टियां केंद्र सरकार पर हमले कर रही है.
पप्पू यादव ने सीजफायर में अमेरिकी एंगल आने पर मोदी सरकार की आलोचना की
सीजफायर को लेकर पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने भी वर्तमान केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए कहा कि, अमेरिका को बाप बनने नहीं दिया जाए, प्रधानमंत्री जी. युद्ध विराम हो, लेकिन भारत की शर्तों पर हो. भारत जैसे महान देश के संबंध में घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति किस हैसियत से कर रहा है. यह भारत की संप्रभुता पर हमला है. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर की घोषणा से पहले ही अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की जानकारी दुनिया से साझा की थी. इस बात को लेकर कई स्तरों पर भारत सरकार की आलोचना हो रही है.
राजद सांसद मनोज झा ने मोदी सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने की अपील की
बता दें कि इस पर संघर्ष विराम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने भी कहा है कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश की मध्यस्थता डोनाल्ड ट्रंप कैसे कर रहे हैं. इससे हमारे भारत की जो छवि बनी है उसको धक्का लगा है. मनोज झा ने कहा कि मैं अकेला नहीं हूं जिने ऐसा लग रहा है. मैं आग्रह करूंगा कि माननीय प्रधानमंत्री से कि जैसे पूरा देश एकजुट है, ऐसे में संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए और एक चर्चा के साथ साझा संदेश पूरी दुनिया को दिया जाए.
जेडीयू ने मोदी सरकार का समर्थन करते हुए सीजफायर के फैसले का स्वागत किया
वहीं जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम का स्वागत करते हैं. पाकिस्तान कभी भी भूल नहीं पाएगा कि पहलगाम में बेगुनाह सेनानियों को मारने वाले आतंकवादियों के आकाओं के ठिकानों को भारत ने नष्ट कर दिया और कई आतंकवादी मारे गए. पाकिस्तान की ओर से जब इस मिलिट्री इस्टेब्लिशमेंट को निशाना बनाने की कोशिश की तो हमने उनके अनेक इस्टेब्लिशमेंट को बर्बाद कर दिया. पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिये कि गलती से अगर भविष्य में भी किसी भी आतंकवाद की कोई कार्रवाई होगी तो उसके नतीजे भी भुगतने के लिए पाकिस्तान तैयार रहे.