. शरीर में हार्मोन कम या ज्यादा होने के कारण मूड बहुत प्रभाव पड़ता है. किसी काम में फोकस करने में परेशानी होती है. गुस्सा, उदासी और चिड़चिड़ेपन जैसे इमोशंस पीक पर होते हैं.हार्मोनल इंबैलेंस के कारण कई बार गंभीर बीमारियों जैसे पीसीओडी या पीसीओएड, फाइब्रोइट का रूप ले लेते हैं.
SBI Life - Retire Smart Plus
एड
SBI Life - Retire Smart Plus
SBI LIFE
अधिक जानें
call to action icon
अगर हार्मोन्स संतुलन में रहेंगे तो आपको समय पर पीरियड्स आएंगे और आपका हर काम को करने में मन भी लगेगा. तो आइए जानते हैं कि किस तरह आप अपनी लाइफस्टाइल में चेंज करके हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या को कंट्रोल में किया जा सकता है.
लाइफस्टाइल में बदलाव करें ये बदलाव
जंक फूड खाने से करें परहेज
अगर आप भी अपनी क्रेविंग को कंट्रोल नहीं कर पाती हैं और जंक फूड का सेवन ज्यादा करती हैं. तो आपको अपनी इस आदत को सुधारना होगा वरना इसका असर आपकी सेहत पर पड़ेगा. क्योंकि अनहेल्दी फूड खाने से भी हार्मोन पर प्रभाव पड़ता है. इसलिए आपको कोशिश करनी चाहिए की कम से कम जंक फूड का सेवन करें. पीरियड्स के टाइम तो बिल्कुल भी जंक फूड का सेवन नहीं करना चाहिए.
Expand article logo पढ़ना जारी रखें
होम पेज पर वापस जाएँ
एक्सरसाइज को बनाएं लाइफस्टाइल का हिस्सा
अगर आपको अपने हार्मोन्स को बैलेंस में रखना है तो आपको रोजाना योग या वर्कआउट जरूरत करना चाहिए. एक्सरसाइज करने से आपकी सेहत दुरुस्त रहती है और आपको हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या को कंट्रोल में किया जा सकता है. अगर समय नहीं मिल पा रहा है तो घर पर ही योग कर सकते हैं या पार्क में कुछ देर टहलने भी जा सकते हैं.