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जबड़ा उखड़ गया था…अवारा कुत्तों को हटाने के कोर्ट के फैसले पर भूमि पेडनेकर ने उठाई आवाज, सपोर्ट में आए ये सितारे

जबड़ा उखड़ गया था…अवारा कुत्तों को हटाने के कोर्ट के फैसले पर भूमि पेडनेकर ने उठाई आवाज, सपोर्ट में आए ये सितारे

SC Verdict On Stray Dogs : सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर की सड़कों से आवारा कुत्तों को हटाने का फैसला लिया है. कोर्ट के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया से लेकर आम घरों तक में हलचल मच गई है. कुछ लोग इसके हक में बातें कर रहे हैं तो कुछ लोग इस फैसले पर अपनी आपत्ति जाहिर कर रहे हैं. इसी बीच इस फैसले पर सोशल मीडिया पर डॉग लवर्स बॉलीवुड सितारों ने भी अपना रिएक्शन शेयर किया है.

भूमि ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर अपने डॉग की तस्वीरें और वीडियोज शेयर की हैं. कम लोग जानते हैं होंगे कि भूमि का ये डॉग उन्हें एक बेहद बुरी कंडीशन में मिला था. इस डॉग को बुरी तरह से पीटा गया था. एक्ट्रेस ने अपने पोस्ट में लिखा, “मेरे ब्रूनो बाबा हमारे जीवन में तब आए जब वे सिर्फ चार महीने के थे. जब @yodamumbai की शानदार टीम ने उन्हें ढूंढ़ा, तो वे बुरी तरह घायल और जख्मी थे. जबड़ा उखड़ गया था, पूंछ जल गई थी…फिर भी उनका हौसला एक योद्धा जैसा था.”

भूमि ने कोर्ट के फैसले पर जताई आपत्ति
एक्ट्रेस ने पोस्ट में आगे लिखा, यह सब उन नन्हे-मुन्नों ने किया था जिन्हें एक मासूम को सताने में मज़ा आता था. उनकी कोई गलती नहीं…यह हमारी गलती है, क्योंकि हम अपने अंदर सहानुभूति, सह-अस्तित्व और दया का भाव नहीं जगा पाए. ब्रूनो एक बुद्धिमान आत्मा है. वह बुद्धिमान, दयालु, चंचल, पालन-पोषण करने वाला, सुरक्षात्मक और साथ ही सौम्य भी है. माननीय सर्वोच्च न्यायालय के उस फैसले को सुनकर, जिसमें दिल्ली में 3,00,000 कुत्तों को उठाकर शेल्टर में रखने की अनुमति दी गई है, मैं ब्रूनो के बारे में सोचने से खुद को रोक नहीं पा रही हूं… और उन सभी भारतीयों के बारे में भी, जिन्होंने उन सड़कों के अलावा कुछ नहीं जाना है, जिन्हें वे अपना घर कहते हैं.

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“दशकों से, गली के कुत्तों को खाना खिलाने वाले उनके हिमायती रहे हैं, उन्हें खाना खिलाते हैं, उनके ज़ख्मों की देखभाल करते हैं, उनकी नसबंदी करवाते हैं और अपनी जेब से उनका टीकाकरण करवाते हैं. उनके अस्तित्व को अपराधी बनाने या उनकी देखभाल करने वालों को सज़ा देने के बजाय, मुझे उम्मीद है कि हम और मज़बूत सुधार और व्यवस्थाएं बनाएंगे –

सामूहिक नसबंदी अभियान
नियमित टीकाकरण कार्यक्रम
समुदाय द्वारा संचालित भोजन और निगरानी