आपने आसमान में गुजरते यात्री विमान, फाइटर जेट्स और ड्रोन तो जरूर देखें होंगे. दुनिया में कई ऐसी जगहें भी हैं जिनके ऊपर किसी भी प्लेन या ड्रोन को उड़ान भरने की इजाजत नहीं है. इन्हीं कुछ जगहों में सऊदी अरब के शहर मक्का और मदीना का नाम भी शामिल है. मक्का हो, मदीना हो या फिर काबा…. इनके ऊपर से ना तो कोई विमान गुजर सकता है और न ही कोई ड्रोन उड़ान भर सकता है. इसके पीछे कई बातें कही जाती हैं. चलिए हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आखिर क्यों दुनिया के किसी भी प्लेन को इस्लाम धर्म की सबसे मुकद्दस जगह खाना काबा और मक्का-मदीना शहर के ऊपर से उड़ान भरने की इजाजत नहीं है.
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इस्लाम धर्म दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है और इसे मानने वालों की तादाद अरबों में है. हज करना इस्लाम के पांच स्तम्भों में से एक है और हर साल करोड़ों की तादाद में यात्री हज और उम्र करने के लिए सऊदी अरब के शहर मक्का-मदीना शहर पहुंचते हैं. लेकिन खास बात ये है कि मक्का में मौजूद काबा शरीफ के ऊपर से किसी भी विमान को उड़ान भरने की इजाजत नहीं है.
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क्या काबा धरती का केंद्र है?
काबा के ऊपर प्लेन या ड्रॉन न उड़ने के पीछे कई कारण माने जाते हैं. कुछ लोगों का मानना है कि मक्का धरती का केंद्र है और वहां चुंबकीय क्षेत्र इतना ज्यादा है कि इसके ऊपर से अगर कोई विमान गुजरा है तो वह खराब हो सकता है. लेकिन असल में इसे लेकर कोई रिसर्च नहीं हुई है और न ही इस दावे का कोई वैज्ञानिक सबूत मिलता है.