चोपड़ा ने अपनी पोस्ट में लिखा, “#ओंटारियो में एक और पीड़ित मकान मालिक के किराएदारों ने जनवरी 2025 से किराया नहीं दिया है, यूटिलिटी बिल का भुगतान भी नहीं किया है. एक मकान मालिक को क्या करना चाहिए? हम सिस्टम को कब ठीक कर सकते हैं? बहुत हो गया!” चोपड़ा ने किराए की प्रॉपर्टी के फुटेज भी शेयर किए, जहां घर के बाहर एक पोस्ट से खालिस्तान का झंडा स्पष्ट रूप से बंधा हुआ देखा जा सकता है.
प्रॉपर्टी के मालिक रमन कुमार ने चोपड़ा को बताया कि अक्टूबर 2024 में पांच छात्र घर में रहने आए और दिसंबर तक किराया दिया. हालांकि, जनवरी से, उन्होंने महीने का किराया और यूटिलिटी बिल देना बंद कर दिया है, जो कुमार के अनुसार लगभग 3,300 कनाडाई डॉलर होता है. कुमार ने कहा, “मैं अपनी जेब से प्रॉपर्टी टैक्स और इंश्योरेंस का भुगतान कर रहा हूं. यह मुझे अत्यधिक मानसिक तनाव में डाल रहा है. मैं खुद किराए के घर में रहता हूं और मेरे अपने खर्चे हैं. ये किराएदार मेरा जीना दुश्वार कर रहे हैं.”
कुमार ने यह भी दावा किया कि घर के बाहर खालिस्तान का झंडा बिना उनकी इजाजत के लगाया गया था. उन्होंने कहा, “मैं इस तरह की गतिविधियों से बहुत डरा हुआ हूं और पड़ोस भी नाखुश है. अधिकारियों को मामले में दखल देना चाहिए. हम हमेशा एक समुदाय के रूप में शांति से रहते आए हैं और यह बिना किसी वजह के तनाव पैदा कर रहा है.” कुमार ने आरोप लगाया कि हालांकि उन्होंने पांच लोगों को घर किराए पर दिया था, लेकिन उनका मानना है कि वहां और भी लोग रह रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैं सटीक संख्या नहीं बता सकता, लेकिन बहुत सारे लोग आते-जाते रहते हैं.”
मकान मालिक ने आगे दावा किया कि किराएदार पड़ोस में, खासकर रात में, परेशान कर रहे हैं और स्थानीय निवासियों ने शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि, कुमार ने स्थिति को देखते हुए कानूनी कदम उठाए हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि प्रक्रिया धीमी है. उन्होंने कहा, “मैंने कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है, लेकिन इसमें समय लगेगा.”