शाम तक इसमें और तेजी देखने को मिल सकती है. इस तेजी की प्रमुख वजह कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और आरबीआई का हस्तक्षेप है. वैसे डॉलर इंडेक्स 100 के लेवल के आसपास अभी भी कारोबार कर रहा है. इससे पहले अमेरिकी टैरिफ 7 अगस्त से लागू हो रहा है. जिसको लेकर वॉशिंगटन की ओर से एग्जिक्यूटिव ऑर्डर जारी हो गया है. अमेरिका ने भारतीय निर्यात पर 25 फीसदी का टैरिफ लगाया है, जिसकी वजह से निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर करेंसी मार्केट में रुपया डॉलर के मुकाबले किस लेवल पर कारोबार करता हुआ दिखाई दे रहा है.
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रुपए में डॉलर के मुकाबले जबरदस्त तेजी
लगातार दूसरे डॉलर के मुकाबले रुपए में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. कच्चे तेल की कम कीमतों और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के हस्तक्षेप की आशंका के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 40 पैसे बढ़कर 87.25 पर पहुंच गया. फॉरेन करेंसी ट्रेडर्स ने कहा कि अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने से जोखिम-मुक्त भावना पैदा हुई है और रुपए के और गिरावट को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. इसके अलावा, निवेशकों का ध्यान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 1 अगस्त से अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों पर नए और ज़्यादातर उच्च टैरिफ लगाने पर है.