• Wed, Sep 2025

नौसेना को मिलेगा नया घातक हथियार, दुश्मन देशों की पनडुब्बियों को खाक में मिलाएगा, नया पोत भी तैनात

नौसेना को मिलेगा नया घातक हथियार, दुश्मन देशों की पनडुब्बियों को खाक में मिलाएगा, नया पोत भी तैनात

भारतीय नौसेना को नई ताकत मिली है, उसने एक नए जेट्टी को बेड़े में शामिल किया है. वहीं अगले 10 दिनों में भारत को पनडुब्बियों का काल कहे जाने वाला युद्धपोत भी मिलने वाला है. इसे आईएनएस अर्नाला नाम दिया गया है.

विशाखापत्तनम के नेवल डॉकयार्ड से 18 जून को भारत को ये बड़ा हथियार मिलने वाला है. भारत अपनी पहले स्वदेशी पनडुब्बी रोधी युद्धपोत को पानी में उतारेगा. INS अर्नाला कम गहरे पानी में भी निगरानी और हमलों का जवाब देने का काम बखूबी करेगा. 77 मीटर लंबा आईएनएस अर्नाला को पानी के नीचे निगरानी रखने, दुश्मन की पनडुब्बियों का पता लगाने जैसे काम करेगी. 1490 टन वजनी ये एंटी-सबमरीन पोत नेवी की ताकत बढ़ाएगा.

नेवी को जो नई जेट्टी मिली है, उससे नेवी के सैन्य ऑपरेशनों के दौरान नौसैनिकों की आसानी से आवाजाही सुनिश्चित हो सकेगी. भारतीय तटरक्षक बल के डीजी परमेश शिवमणि ने रविवार को ये पोत कोस्टगार्ड को सौंपा. केरल के विझिनजाम बंदरगाह पर 76.7 मीटर लंबा यह पोत इंडियन कोस्टगार्ड की ताकत बढ़ाएगा. ये भारतीय तटरक्षक बल जहाजों की तेजी से तैनाती और वापसी सुनिश्चित करेगा.
महानिदेशक परमेश शिवमणि ने तटरक्षक बलों और समुद्री सुरक्षा के लिए बेहद अहम कदम बताया. इस से तटों की निगरानी, खोज और बचाव, तस्करी विरोधी अभियान जैसे अभियानों में मदद मिलेगी. यह पोत रणनीतिक रूप से अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेनों से मात्र 10 समुद्री मील की दूरी पर है. यह विझिनजाम अंतरराष्ट्रीय ट्रांसशिपमेंट डीपवाटर पोर्ट के नजदीक है. भारतीय तटरक्षक क्षेत्र (पश्चिम) के कमांडर, महानिरीक्षक भीष्म शर्मा, भारतीय सेना, विझिनजाम इंटरनेशनल सी-पोर्ट लिमिटेड, केरल सरकार, केरल समुद्री बोर्ड, राज्य पुलिस, पोर्ट प्राधिकरण और मत्स्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस दौरान उपस्थित थे.