सोमवार को एसपी अंबरीष राहुल ने बताया कि प्रियांशु की पत्नी और फूफा में 15 वर्षों से प्रेम प्रसंग था। इसी प्रेस प्रसंग में जीवन सिंह ने प्रियांशु की हत्या कराया है। हत्या के लिए जीवन ने डाल्टेनगंज और गढ़वा के चार शूटर भेजे थे। 10 लाख सुपारी में तय हुई थी। हत्या के पहले दो लाख रुपये जीवन ने शूटरों को दिया था। एसपी ने बताया कि हत्या में संलिप्त शूटरों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। बताया गया कि हत्या का मुख्य अभियुक्त जीवन प्रसाद सिंह को राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के मानटाउन थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।
24 जून की शाम में हुई थी हत्या
प्रियांशु की हत्या 24 जून की शाम में नबीनगर थाना क्षेत्र के लेंबोखाप गांव मोड़ के पास बाइक सवार बदमाशों के द्वारा गोली मारकर की गई थी। प्रियांशु यूपी के चंदौली से अपनी चचेरी बहन के घर से गांव लौट रहा था। ट्रेन से नबीनगर रोड रेलवे स्टेशन उतरने के बाद गांव के ही युवक के साथ बाइक से घर जा रहा था कि गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का राजफाश के लिए एसपी के द्वारा सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एसआइटी गठित कर सभी की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
फूफा, भतीजी समेत चार हुए गिरफ्तार
हत्या के इस मामले में पुलिस के द्वारा अबतक चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। प्रियांशु की पत्नी, पत्नी के फूफा, झारखंड के गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र के रामाबांध धुरुआ गांव निवासी जयशंकर चौबे और मुकेश शर्मा शामिल हैं।
जीवन ने उगले कई राज
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार जीवन प्रसाद सिंह ने हत्या में अपना अपराध स्वीकार किया है। अपनी स्वीकारोक्ति बयान में बताया है कि उसका प्रेम प्रसंग अपनी भतीजी गुंजा सिंह के साथ 15 वर्षों से चल रहा था। इसी दौरान गुंजा सिंह का विवाह प्रियांशु कुमार के साथ हो गया, जिससे वह और गुंजा दोनों खुश नहीं थे। विवाह के बाद गुंजा उनसे घंटों फोन पर बात करती थी। जिसका विरोध पति प्रियांशु करता था। इसी कारण दोनों ने प्रियांशु की हत्या की योजना बनाया और 24 जून की शाम गुंजा के द्वारा लोकेशन देने के बाद जीवन ने शूटर भेजकर हत्या कराया।
जीवन के खिलाफ मेदनीनगर थाना में दर्ज है एक मामला
गिरफ्तार जीवन सिंह के खिलाफ डाल्टेनगंज के मेदनीनगर शहर थाना में जालसाजी, धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज है। यह प्राथमिकी 21 दिसंबर 2024 को थाना में कराई गई है।