• Sat, May 2025

पाकिस्तान पर एक और प्रहार की तैयारी! अफगानिस्तान से मिलने वाला पानी भी रोकेगा भारत, तालिबान से मिलाया हाथ

पाकिस्तान पर एक और प्रहार की तैयारी! अफगानिस्तान से मिलने वाला पानी भी रोकेगा भारत, तालिबान से मिलाया हाथ

भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर मुत्ताकी के बीच 15 मई की शाम हुए फोन कॉल ने पाकिस्तान में कुछ वैसी ही खबलबली मचाई है जैसी ऑपरेशन सिंदूर में हुई भारतीय स्ट्राइक्स ने मचाई थी. भारत और अफगानिस्तान के बीच राजनीतिक संवाद ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल समझौते को ठंडे बस्ते में डालने के भारतीय फैसले से परेशान पाकिस्तान को और ज्यादा पस्त कर दिया है. ये परियोजना

सूत्रों के मुताबिक जयशंकर और मुत्ताकी के बीच अफगानिस्तान में भारतीय मदद वाली विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर रजामंदी  हुई है, इसमें लालंदर की वो शहतूत बांध परियोजना भी शामिल है, जो काबुल नदीं पर बनाई जानी है. दोनों देशों के बीच इसे लेकर समझौता तो फरवरी 2021 में हुआ था, लेकिन काबुल में हुए सत्ता बदल ने इसपर ब्रेक लगा दिया था. पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुए भारतीय राजनयिक टीम के काबुल दौरे ने इस परियोजना की सुगबुगाहट को एक बार फिर हवा दे दी.

Expand article logo  पढ़ना जारी रखें

 होम पेज पर वापस जाएँ
दरअसल, काबुल नदी पर बनने वाली यह परियोजना अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और मुल्क में रहने वाले करीब 20 लाख लोगों के लिए साफ पेयजल मुहैया कराएगी. इस शहतूत बांध परियोजना के लिए भारत 236 मिलियन डॉलर की वित्तीय और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराएगा. करीब तीन साल में पूरी होने वाली इस परियोजना में अफगानिस्तान की 4,000 हेक्टेयर भूमि को सिंचित किया जाएगा.