इंसॉल्वेंसी केस में राहत: NCLAT ने IDBI Trusteeship की याचिका पर इंसॉल्वेंसी की कार्रवाई को रोका. Reliance Infra ने बताया कि उसने Dhursar Solar Power Pvt Ltd का ₹92.68 करोड़ का बकाया चुका दिया है.
₹5,000 करोड़ का डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट: यह पहली भारतीय प्राइवेट कंपनी बन गई है जिसे इंडिपेंडेंटली एयरक्राफ्ट अपग्रेड प्रोग्राम का काम मिला है—7–10 साल की अवधि वाला यह बड़ा ऑर्डर निवेशकों को लुभा रहा है.
Q4FY25 नतीजे शानदार:₹4,387 करोड़ का मुनाफा, पिछली तिमाही में ₹3,298 करोड़ का घाटा था.EBITDA में 681% की उछाल, ₹8,876 करोड़ तक पहुंचा.नेटवर्थ 44% बढ़कर ₹14,287 करोड़ हुई.
टेक्निकल्स मजबूत: स्टॉक सभी प्रमुख मूविंग एवरेज (5–200 days) के ऊपर ट्रेड कर रहा है. RSI 76.9 पर है—overbought ज़ोन में, लेकिन MACD अभी भी बुलिश है.
Reliance Power की रफ्तार की वजहें
SECI के साथ 25 साल का PPA:930 MW सोलर + 465 MW/1860 MWh BESS प्रोजेक्ट, कुल निवेश: ₹10,000 करोड़ रुपये है. एशिया का सबसे बड़ा एकल स्थान पर सोलर और बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट है.
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