शुरुआत से ही संघर्ष और मेहनत
इज्या के जीवन की शुरुआत बहुत कठिन थी. पिता की बीमारी और मौत के बाद परिवार की सारी जमा पूंजी समाप्त हो गई और आर्थिक तंगी के कारण उन्हें किराए के घर में रहना पड़ा. इसके बावजूद, इज्या ने हार मानने के बजाय खुद को और अपनी मां को संभाला. उन्होंने 12 साल की उम्र से ही संघर्ष करना शुरू कर दिया और रात में देर तक पढ़ाई की. बैंक में नौकरी पाने के बाद भी, उन्होंने पढ़ाई की लगन को बनाए रखा और यूपीपीसीएस की तैयारी में जुट गईं.
मां को प्रेरित किया और खुद भी सफलता पाई
इज्या ने अपने कॉलेज के समय में ट्यूशन पढ़ाया और अपनी मां को भी पढ़ाई के लिए प्रेरित किया. पिता की मृत्यु के बाद, उन्होंने मां को सहारा दिया और कई कठिनाइयों का सामना किया. बैंक में नौकरी के साथ-साथ, उन्होंने रात में लंबा समय पढ़ाई के लिए निकाला और 2018 में यूपीपीसीएस की परीक्षा में पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त की. उनका यह प्रयास और मेहनत उनके लिए और दूसरों के लिए प्रेरणा है.
संदेश: मेहनत और लगन से मिलेगी सफलता
इज्या तिवारी की कहानी उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणादायक है जो कठिन परिस्थितियों में भी हार मान लेते हैं. वे बताते हैं कि पढ़ाई के दौरान समय का विशेष ध्यान रखना चाहिए और कठिन परिस्थितियों में भी निराश नहीं होना चाहिए. अगर आप पूरी लगन और मेहनत से तैयारी करेंगे, तो सफलता जरूर मिलेगी. इज्या की कहानी यह साबित करती है कि कठिनाइयों का सामना करके भी सफलता प्राप्त की जा सकती है.