जगदीप धनखड़ के आवेदन को विधानसभा सचिवालय ने उनके आवेदन स्वीकृति प्रक्रिया आगे बढ़ा दी है. धनखड़ राजस्थान की दसवीं विधानसभा के सदस्य रहे थे. साल 1993 में कांग्रेस के टिकट पर अजमेर जिले की किशनगढ़ सीट से चुनाव जीत कर धनखड़ विधायक बने थे.
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा- पूर्व उपराष्ट्रपति का पेंशन के लिए आवेदन आया है, कार्रवाई प्रक्रिया जारी है. उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार जगदीप धनखड़ ने पहली बार किसी चीज के लिए आवेदन किया है. दूसरी तरफ उन्होंने अभी तक अपने आवास को लेकर विभाग को आवेदन नहीं दिया है.
कितनी मिलेगी धनखड़ को पेंशन?
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राजस्थान विधानसभा में विधायक पद पर रहे हैं. राजस्थान में पूर्व विधायक के लिए 35 हजार रुपये पेंशन के तौर पर मिलती है. यदि पूर्व विधायक 70 साल से ज्यादा उम्र के हैं तो उन्हें 20% और 80 साल की उम्र में 30% अतिरिक्त पेंशन मिलती है. धनखड़ इस समय 74 साल के हैं ऐसे में उन्हें 20% अतिरिक्त पेंशन के साथ करीब 42 हजार रुपये पेंशन मिलेगी.
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धनखड़ ने अपनी राजनीतिक करियर में कई पदों पर रहे हैं. 1989 से 1991 तक झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से जनता दल के सांसद रहे हैं. इसके बाद 1993 में वे कांग्रेस के टिकट पर किशनगढ़ से विधायक चुने गए. 2019 से 2022 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और 2022 से 2025 तक भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने अपनी सेवाएं दीं.
स्वास्थ्य कारणों से दिया था इस्तीफा
जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा स्वास्थ्य कारणों के चलते दिया था. हालांकि उनके इस इस्तीफे को लेकर विपक्ष की तरफ से कई तरह के सवाल किए गए. दूसरी तरफ हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक इंटरव्यू में साफ किया था कि जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों के चलते ही इस्तीफा दिया है.