• Mon, Sep 2025

यहां बनेगा देश का पहला ऐसा टोल, जहां रुकने की नहीं होगी जरूरत, कोई बैरियर नहीं होगा

यहां बनेगा देश का पहला ऐसा टोल, जहां रुकने की नहीं होगी जरूरत, कोई बैरियर नहीं होगा

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (IHMCL) ने ICICI बैंक के साथ एक समझौता किया है. इसके तहत गुजरात के NH-48 पर चोरयासी टोल प्लाजा में देश का पहला मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) टोल सिस्टम लागू किया जाएगा. यह भारत का पहला ऐसा टोल सिस्टम होगा जो बिना किसी रुकावट और बैरियर के टोल वसूली की जाएगी.

NHAI के अनुसार, यह ऐतिहासिक समझौता नई दिल्ली स्थित NHAI मुख्यालय में हुआ, जहां NHAI के चेयरमैन संतोष कुमार यादव और NHAI, IHMCL और आईसीआईसीआई बैंक के अधिकारी मौजूद थे. यह कदम देश में बैरियर-फ्री टोलिंग की दिशा में बड़ा बदलाव है, जहां FASTag के जरिए बिना रुके टोल वसूली की जाएगी. गुजरात का चोरयासी टोल प्लाजा भारत का पहला बैरियर-फ्री टोल प्लाजा बनेगा. इसके साथ ही हरियाणा के NH-44 पर घरौंडा टोल प्लाजा में भी इस सिस्टम को लागू करने के लिए आईसीआईसीआई बैंक के साथ समझौता हुआ है.
25 टोल प्लाजा पर लगेगा यह सिस्टम
NHAI की योजना है कि वित्त वर्ष 2025-26 में करीब 25 टोल प्लाजा पर यह MLFF सिस्टम लागू किया जाए. इसके लिए सही टोल प्लाजा चुने जा रहे हैं. इस मौके पर NHAI चेयरमैन संतोष कुमार यादव ने कहा कि यह समझौता भारत में टोलिंग व्यवस्था के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है. उन्होंने कहा, तकनीक के इस्तेमाल से यह सिस्टम टोल वसूली को और आसान, पारदर्शी और उपयोगकर्ता-हितैषी बनाएगा. यह हमारी तकनीक-आधारित राष्ट्रीय राजमार्ग संचालन की सोच के अनुरूप है और इसे पूरे देश में लागू करने की राह खोलेगा.

MLFF क्या है?
मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) टोलिंग सिस्टम एक ऐसा टोल सिस्टम है, जिसमें गाड़ियों को रुकना नहीं पड़ता. इसमें हाई-परफॉर्मेंस RFID रीडर और ANPR कैमरे लगे होते हैं, जो FASTag और गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर को पढ़कर खुद टोल काट लेते हैं. इससे गाड़ियां बिना रुके गुजर सकती हैं, जिससे ट्रैफिक जाम और यात्रा समय कम होगा. ईंधन की बचत होगी और प्रदूषण घटेगा. साथ ही, इससे टोल वसूली में पारदर्शिता बढ़ेगी और भारत का राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क और भी स्मार्ट, तेज और आधुनिक बनेगा.