• Wed, Sep 2025

अब सिर्फ ढाई घंटे में पहुंच सकेंगे दिल्ली से जयपुर, 120 की रफ्तार से सरपट दौड़ेगी गाड़ी

अब सिर्फ ढाई घंटे में पहुंच सकेंगे दिल्ली से जयपुर, 120 की रफ्तार से सरपट दौड़ेगी गाड़ी

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का हिस्सा बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे को जनता के लिए खोल दिया गया है। इससे दिल्ली से जयपुर के बीच यात्रा का समय काफी कम हो गया है। अब सिर्फ ढाई घंटे में दिल्ली से जयपुर पहुंचा जा सकता है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा जांच के बाद 15 जुलाई को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का हिस्सा बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे को जनता के लिए खोल दिया गया है। इस नए मार्ग से सामान्य परिस्थितियों में दिल्ली-जयपुर यात्रा का समय घटकर मात्र ढाई से तीन घंटे रह जाने की उम्मीद है।

गुरुग्राम स्थित आईटी कंसल्टेंट अमित यादव को बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे से जयपुर पहुंचने में साढ़े पांच घंटे की बजाए साढ़े तीन घंटे लगे। यादव ने बताया कि पिछले सप्ताहांत हम जयपुर में अपने ससुराल गए। हमने नया रास्ता चुना और पूरी यात्रा बेहद आसान रही। न कोई भारी वाहन, न शहर का ट्रैफिक और न कोई रुकावट। हम सुबह सात बजे निकले और साढ़े दस बजे से पहले अपने गंतव्य पर पहुंच गए।
इसी तरह, दिल्ली की मार्केटिंग एक्ज़ीक्यूटिव पल्लवी मेहरा ने जयपुर में अपने माता-पिता से मिलने के लिए नया रास्ता चुना। उन्होंने कहा, "मैंने सुना था कि यह रास्ता आंशिक रूप से खुला है। मुझे नहीं पता था कि अब यह पूरी तरह से चालू है। पिछले शनिवार को हमने नया रास्ता चुना और यह बिल्कुल अलग अनुभव लगा। पुराना NH-48 ट्रैफ़िक और डायवर्जन से भरा हुआ था, लेकिन यह नया एक्सप्रेसवे किसी हवाई अड्डे के रनवे जैसा लगा।"

एनएचएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सोहना (हरियाणा) से बांदीकुई (राजस्थान) होते हुए मौजमाबाद तक का यह खंड दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कॉरिडोर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सभी सुरक्षा जांच और सड़क संकेत लगाने के बाद इसे जनता के लिए पूरी तरह से खोल दिया गया है।

66.91 किलोमीटर लंबे बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण 1,368 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। एनएचएआई के अनुसार, इस नए हिस्से पर रोजाना 15,000 से ज्यादा वाहन गुजर रहे हैं। जैसे-जैसे लोगों को पता चलेगा, यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। एनएचएआई अधिकारी ने बताया कि एक्सप्रेसवे को तेज गति से यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी अधिकतम गति सीमा 120 किमी/घंटा है।