उधर, मौसम विभाग ने 6 और 8 जून तक पश्चिमी विक्षोभ कम ही सक्रिय रहेगा और बारिश के भी कम ही आसार हैं.
चंडीगढ़ में मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, बुधवार से लेकर गुरुवार सुबह तक प्रदेश में कई जगह बारिश और ओले गिरे थे. लेकिन गुरुवार को दिन में मौसम साफ रहा. इस वजह से अधिकतम तापमान में 3.7 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई.
मौसम विभाग ने बताया कि रोहतक में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री दर्ज हुआ. सोनीपत में न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री रहा, जो प्रदेश में सबसे कम रहा. गौर रहे कि बारिश की वजह से पारा 40 डिग्री से नीचे आया है. हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि अगले एक सप्ताह में फिर से गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा और तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. विभाग का कहना है कि 12 जून के बाद फिर से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और सोनीपत, पानीपत, करनाल और जीटी बेल्ट के इलाकों में अच्छी बारिश होगी.
उत्तर भारत में मौसम सुहावना
अहम बात है कि उत्तर भारत में समर सीजन में अच्छी बारिश हो रही है और लोगों को गर्मी से राहत है. बीच बीच में बारिश के चलते इस बार उतनी अधिक गर्मी नहीं पड़ी है और पारा 45 से पार भी नहीं गया है. बारिश की वजह से हरियाणा में जल संकट भी कम हुआ है.