इस सैन्य कार्रवाई के बाद कर्नल सोफ़िया कुरैशी ने बताया था कि "पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेरर इन्फ़्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है, जिसमें भर्ती, ट्रेनिंग और लॉन्च पैड भी शामिल थे, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्ज़े वाले जम्मू-कश्मीर में फैले हैं."
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने इसे भारत का 'एक्ट ऑफ़ वॉर' बताया और कहा कि उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने का पूरा अधिकार है.
दोनों देश चार दिन तक आमने-सामने रहने के बाद संघर्ष विराम पर राज़ी हुए. भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की जानकारी सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर की थी.
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संघर्ष विराम के बाद अब चर्चा इस पर हो रही है कि चार दिन में किसका कितना नुक़सान हुआ? इस मामले पर एक्सपर्ट्स की क्या राय है?