मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों पर कम दबाव वाले सिस्टम का असर मालूम पड़ रहा है। यह दक्षिणी आंतरिक ओडिशा पर बना हुआ है। इसके दक्षिण ओडिशा और दक्षिणी छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इतना ही नहीं अगले 24 घंटों में यह कमजोर होकर एक सुस्पष्ट निम्न दबाव वाले क्षेत्र में बदल सकता है। मौजूदा वेदर सिस्टमों के कारण मध्य प्रदेश में भी मौसम ने करवट ली है। एमपी के विभिन्न हिस्सों में बारिश वाला मौसम बन गया है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान खरगौन, बड़वानी और धार जिलों के अलग-अलग हिस्सों में गरज चमक और वज्रपात के साथ भारी से ज्यादा भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, दतिया, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, निवाड़ी और पांढुर्णा जिलों के विभिन्न हिस्सों में गरज चमक के साथ जोरदार बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। कुछ जगहों पर वज्रपात की घटना भी हो सकती है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और मैहर जिलों के अलग-अलग हिस्सों में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और विदर्भ में 27, 28 सितंबर और 2, 3 अक्टूबर को हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। IMD की मानें तो दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 2 और 3 अक्टूबर को भी मौसम खराब रहने का अनुमान है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो लो प्रेशर एरिया का असर छत्तीसगढ़ पर भी देखा जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भी झमाझम बारिश के आसार हैं।