बीएसएफ के डीआईजी एसएस मंड ने समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘हमारे बहादुर जवानों ने उन्हें बहुत नुकसान पहुंचाया है। हमें खुफिया जानकारी मिली थी कि एक बड़ा समूह घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। हम उनके लिए तैयार थे और हमने 8 मई को उनका पता लगा लिया। वे 45-50 लोगों का ग्रुप था। वे हमारी जगहों की तरफ बढ़ रहे थे। हमने स्थिति का आकलन किया और हमने उन पर भारी गोलाबारी की। जैसी कि उम्मीद थी, उन्होंने अपनी चौकियों से भारी गोलीबारी के साथ जवाबी कार्रवाई की। हमने उन पर भारी और सटीक गोलीबारी की। यह एक खास कारण था। वे अपनी चौकियों से भागते हुए देखे गए। हमने उन्हें 1.5 घंटे में निपटा दिया। हमारे अधिकारी अग्रिम चौकियों पर सैनिकों के साथ मौजूद थे।’
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