दो जादुई फीचर्स: प्लानिंग और फाइलिंग
इस नए मॉड्यूल में दो खास सुविधाएं हैं। पहली है टैक्स प्लानर, जो भविष्य में आपको कितना टैक्स देना पड़ सकता है, इसका अनुमान लगाता है और बचत के तरीके बताता है। दूसरी है टैक्स फाइलिंग, जो पुराने और नए टैक्स सिस्टम के बीच कंफ्यूजन दूर करती है। यह आपको 80C, 80D जैसे सेक्शन के तहत टैक्स बचाने में मदद करेगी। सबसे बड़ी बात यह है कि अब आपको महंगे एजेंटों की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कितना खर्च आएगा?
अगर आप खुद ही टैक्स फाइल करना चाहते हैं, तो इसकी कीमत है सिर्फ 24 रुपये। वहीं, अगर टैक्स एक्सपर्ट की मदद चाहिए, तो 999 रुपये में विशेषज्ञ आपका रिटर्न तैयार करेंगे। फाइलिंग के बाद ऐप पर आप रिफंड की स्थिति भी ट्रैक कर सकते हैं और किसी भी टैक्स नोटिस का अलर्ट तुरंत पा सकते हैं।
“टैक्स फाइलिंग की टेंशन अब खत्म”: जियो के सीईओ
जियो फाइनेंस के सीईओ हितेश सेठिया ने बताया, "टैक्स फाइलिंग की डेडलाइन नजदीक आते ही लोगों को घबराहट होने लगती है। हम चाहते हैं कि यह प्रक्रिया पूरी तरह आसान हो। साथ ही, पूरे साल टैक्स प्लानिंग से लोग अपनी जिम्मेदारियां बेहतर समझ सकें। यह मॉड्यूल डिजिटल इंडिया की हमारी प्रतिबद्धता का अगला कदम है।"
कैसे काम करता है ऐप?
इसमें इनकम डालने से लेकर दस्तावेज अपलोड करने तक, हर स्टेप आसान है। ऐप हर कदम पर आपको गाइड करता है, सही टैक्स रेजिम चुनने में मदद करता है और अंत में आपका रिटर्न तैयार हो जाता है। यानी टैक्स फाइलिंग अब उतनी ही सरल है जितनी कोई कहानी सुनाना।