स्काईमेट के अध्यक्ष जीपी शर्मा ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में दो मानसून सिस्टम बन रहे हैं। इससे उन इलाकों में बारिश हो सकती है जहां मानसून पहले ही आ चुका है। साथ ही, मानसून नए इलाकों में भी पहुंचेगा। उन्होंने यह भी कहा कि मानसून के आगे बढ़ने से उत्तरी भारत में गर्मी से राहत मिलेगी।
जीपी शर्मा ने बताया कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है। इससे तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और कर्नाटक में बारिश हो सकती है। 14 जून को उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने की उम्मीद है। यह ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा। इससे मानसून आगे बढ़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि इन सिस्टमों के कारण मानसून फिर से सक्रिय हो जाएगा। यह पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी पहुंचेगा।
मौसम विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा कि उत्तरी मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भीषण गर्मी की लहर चल रही है। पश्चिमी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भी तपती गर्म हवाओं से लोगों का बुरा हाल है। अब मौसम में बदलाव की उम्मीद है। 13 जून के बाद यहां लोगों को थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं।
स्काईमेट के अध्यक्ष जीपी शर्मा ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में बनने वाले दो सिस्टम मॉनसून को फिर से सक्रिय करेंगे। पहला सिस्टम तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और कर्नाटक में बारिश कराएगा। दूसरा सिस्टम ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा और मानसून को आगे बढ़ाएगा। इन सिस्टमों के कारण मानसून पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी पहुंचेगा। इससे किसानों को बहुत फायदा होगा, क्योंकि वे अपनी फसलें समय पर बो सकेंगे।
मौसम विभाग ने लोगों को गर्मी से बचने की सलाह दी है। लोगों को दोपहर के समय घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। उन्हें खूब पानी पीना चाहिए और हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए। मौसम विभाग और स्काईमेट वेदर सर्विसेज की जानकारी के अनुसार, मानसून अब धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है और जल्द ही उत्तरी भारत में गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।