9 जिलों को जोड़ेगा हाईवे
यह एक्सप्रेसवे 9 जिलों से होकर गुजरेगा, जिनमें गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर शामिल होंगे. इसका निर्माण कार्य पहले से ही चल रहा है. इसकी 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है. यह एक्सप्रेसवे हजारों लोगों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी और यात्रा के ऑप्शंस खोलेगा.
कैसा होगा एक्सप्रेसवे?
इस हाईवे को शुरुआत में 4 लेन का बनाने की योजना थी, लेकिन भविष्य में बढ़ते ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए इसे 6 लेन में तब्दील कर दिया गया है. एक्सप्रेसवे का दक्षिणी छोर कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे, जबकि उत्तरी भाग राष्ट्रीय राजमार्ग 9 से जोड़ेगा. एक्सप्रेसवे को नोएडा में बनने वाले जेवर एयरपोर्ट तक बढ़ाने की भी चर्चा है, जिससे पहुंच और कनेक्टिविटी में और सुधार होगा.
ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के रूप में तैयार किया जा रहा यह एक्सप्रेसवे सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर फोकस्ड है, जिसमें इको-फ्रेंडली कंस्ट्रक्शन से लेकर स्मार्ट डिजाइन तक शामिल हैं. यह एक्सप्रेसवे केवल समय बचाने के लिए नहीं है, बल्कि नए अवसरों को खोलने के लिए तैयार किया जा रहा है. यह मौजूदा मार्गों पर ट्रैफिक को कम करेगा, व्यवसायों के लिए लॉजिस्टिक्स में सुधार करेगा और रोज यात्रा करने वाले लोगों के लिए जीवन को आसान बनाएगा. प्रमुख इंडस्ट्रियल और कमर्शियल हब्स को जोड़कर गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे राज्य में आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देगा.