• Tue, Sep 2025

Rain in MP: मध्‍य प्रदेश के 13 जिलों में अगले दो दिन भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट

Rain in MP: मध्‍य प्रदेश के 13 जिलों में अगले दो दिन भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट

नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। अति सक्रिय मानसून के साथ मिलकर मौसमी तंत्र ने तेजी पकड़ी है। सोमवार को सिवनी, नर्मदापुरम, बालाघाट, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, जबलपुर में लगातार पानी बरसा है। इसकी वजह से प्रदेश के पूर्वी जिलों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक प्रदेश में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई है।

मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम बंगाल के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं मानसूनी ट्रफ लाइन उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही है, जो मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रही है। हवा के ऊपरी हिस्सों में एक द्रोणिका रेखा (ट्रफ) दक्षिण राजस्थान से लेकर पश्चिम बंगाल तक फैली हुई है, जो मध्य प्रदेश के बीच से होकर गुजर रही है। इसी कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में वर्षा होती रहेगी।
विशेषकर पूर्वी मध्य प्रदेश के सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभागों में भारी वर्षा की संभावना है। वहीं, भोपाल संभाग के राजगढ़, सीहोर और विदिशा जिलों में भी अच्छी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया है कि इन जिलों में तेज हवाएं भी चल सकती हैं।

इसकी रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। इसकी वजह से मंगलवार को अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरिसंहपुर, सागर, सिवनी, शहडोल और उमरिया में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। सोमवार को भोपाल, रीवा, सागर, ग्वालियर, इंदौर में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हुई है।

कहां कितनी वर्षा हुई सिवनी - 66.0 पचमढ़ी - 32.0 बालाघाट – 30.0 छिंदवाड़ा - 28.0 शिवपुरी - 27.0 जबलपुर – 22.0 नर्मदापुरम – 22.0 (आंकड़े सोमवार सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक हुई वर्षा के, सभी आंकड़े मिलीमीटर में)

सतपुड़ा जलाशय ओवरफ्लो, सात गेट खोले
रविवार रात से रुक-रुककर वर्षा से सतपुड़ा जलाशय ओवरफ्लो होने का खतरा बढ़ गया था। इसकी वजह से इसके सात गेट दो-दो फीट की ऊंचाई पर खोल दिए गए हैं। सुबह 11 बजे से सात गेट से 11 हजार 600 क्यूसेक पानी तवा नदी में छोड़ा जा रहा है। नए स्टेशन की छत से टपक रहा पानी विदिशा में करीब 23 करोड रुपए की लागत से विकसित हुए अमृत भारत स्टेशन का हाल खराब हो गया है। बरसात से बचने के लिए यात्री शेड में आए लेकिन यहां हर जगह पानी टपकने के कारण उन्हें बचने की वजह के लिए परेशान होना पड़ा। स्टेशन पर योजना के तहत नए शेड लगाए गए हैं, इसके बाद भी स्टेशन के अंदर बरसात की वजह से पानी-पानी नजर आया।