• Wed, Sep 2025

कमाल है भारतीय रेलवे! देश में चलती हैं इतनी ट्रेनें, रोज सफर करते हैं इतने लोग

कमाल है भारतीय रेलवे! देश में चलती हैं इतनी ट्रेनें, रोज सफर करते हैं इतने लोग

मां वैष्णो देवी और अमरनाथ के दर्शन के लिए जाने वाले भक्तों के लिए रेलवे ने एक खास सुविधा दी है. रेलवे मंत्रालय के मुताबिक, जबलपुर से कटरा के बीच अमरनाथ यात्रा स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है, जिसका नंबर 01707/01708 है. ये ट्रेन जबलपुर से 4 और 11 अगस्त को चलेगी, जबकि वापसी में कटरा से 5 और 12 अगस्त को चलेगी.

ऐसे ही नहीं, भारतीय रेलवे को देश की ‘लाइफलाइन’ कहा जाता है. ये रेल नेटवर्क इतना बड़ा है कि देश के हर कोने को जोड़ता है. लोग लंबी दूरी का सफर बहुत कम पैसों में कर पाते हैं. आज की रेलवे पहले से ज़्यादा सुरक्षित और आरामदायक हो गई है. अब हम आपको भारतीय रेलवे से जुड़ी कुछ ऐसी दिलचस्प बातें बताएंगे, जो बहुत कम लोगों को पता हैं.
1853 में चली थी पहली ट्रेन
भारतीय रेलवे की शुरुआत 16 अप्रैल 1853 को मुंबई के बोरीबंदर से ठाणे के बीच पहली यात्री ट्रेन के साथ हुई थी. उस वक्त 14 डिब्बों वाली इस ट्रेन ने 34 किमी की दूरी तय की थी. आज भारतीय रेलवे न सिर्फ देश की लाइफलाइन बन चुका है, बल्कि यह दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क्स में चौथे स्थान पर आता है. 2024 के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय रेलवे का नेटवर्क 68,584 किलोमीटर तक फैला हुआ है. यह नेटवर्क देश के कोने-कोने को जोड़ता है और करोड़ों लोगों को हर दिन एक-दूसरे से जोड़ने का काम करता है.

भारतीय रेलवे में कुल कितनी ट्रेनें हैं?
भारतीय रेलवे में इस वक्त कुल 22,593 ट्रेनें हैं. इनमें से 13,452 ट्रेनें यात्रियों को सफर की सुविधा देती हैं, जबकि बाकी मालगाड़ियां हैं जो सामान ढोने का काम करती हैं और देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देती हैं. मार्च 2024 तक रेलवे के पास 14,781 इंजन, 91,948 पैसेंजर कोच और 3,18,196 मालगाड़ी वाले वैगन मौजूद थे. इतना बड़ा रेल सिस्टम देश के लोगों को सस्ता, सुरक्षित और भरोसेमंद सफर देता है. हर दिन ये ट्रेनें हजारों किलोमीटर दौड़ती हैं और देश को एक-दूसरे से जोड़ने का काम करती हैं. इसी वजह से भारतीय रेल को लोगों की ‘लाइफलाइन’ कहा जाता है.

हर दिन रेल से सफर करते हैं 2.40 करोड़ लोग
भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी ताकत है, लोगों से उसका सीधा जुड़ाव. हर दिन करीब 2.40 करोड़ लोग ट्रेन से सफर करते हैं, जो दुनिया के किसी भी देश से ज़्यादा है. यही वजह है कि भारतीय रेल को सही मायनों में जनता की रेल कहा जाता है. तकनीक और सुविधाओं के मामले में भी रेलवे तेजी से आगे बढ़ रहा है. वंदे भारत जैसी नई और तेज़ ट्रेनें इस बात का सबूत हैं कि भारतीय रेल अब भविष्य की ओर तेज़ रफ्तार से बढ़ रही है.

देश में 69 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं
इस वक्त देश में 69 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, जो 136 अलग-अलग रूट पर दौड़ रही हैं. इन ट्रेनों में यात्रियों के लिए काफी आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं. टाइम पर चलने और सफर के दौरान सुरक्षा का भी खास ध्यान रखा जाता है. ये सब देखकर साफ है कि भारतीय रेलवे अब तेजी से बदल रही है.

रेलवे सिर्फ लोगों को सफर की सुविधा देने तक सीमित नहीं है, बल्कि ये देश की अर्थव्यवस्था, खेती-बाड़ी, सेना और उद्योगों के लिए भी बहुत जरूरी है. त्योहारों या खास मौकों पर जो स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं और रेलवे में जो नई तकनीकें लाई जा रही हैं, वो दिखाता है कि अब भारतीय रेल ‘आत्मनिर्भर भारत’ का एक मजबूत हिस्सा बन चुकी है.