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प्रीमियम और कवरेज का सही कॉम्बिनेशन
कम प्रीमियम वाला स्वास्थ्य बीमा खरीदना फायदेमंद हो सकता है। मगर इसके दो पहलू होंगे। कम प्रीमियम वाली पॉलिसी तब ही अच्छी हो सकती है जब उससे आपको ठीक-ठाक कवरेज मिले। दूसरा यह है कि कम प्रीमियम से कवरेज कम होता है।
इसलिए, अच्छा तरीका यह है कि सिर्फ कम प्रीमियम पर ध्यान न दिया जाए। आपको ऐसी पॉलिसी खरीदनी चाहिए जो उचित कवरेज दे और उसका प्रीमियम आपके बजट में हो।
वेटिंग पीरियड पर दें ध्यान
अगर आप वेटिंग पीरियड के बारे में जानते हैं, तो आप बेहतर फैसला ले पाएँगे। बीमा कंपनी इस अवधि के दौरान पहले से किसी बीमारी या चुनिंदा बीमारियों पर किसी क्लेम को स्वीकार नहीं करेगी। आप ऐसे क्लेम तभी कर पाएँगे जब यह अवधि पूरी हो जाएगी। इसलिए वेटिंग पीरियड से जुड़ी सारी शर्तें ध्यान से पढ़ लें।
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कैशलेस इलाज की जानकारी लें
स्वास्थ्य बीमा कंपनियाँ आमतौर पर अपने नेटवर्क अस्पतालों के साथ सहयोग करती हैं, जहाँ आप किसी मेडिकल इमरजेंसी में कैशलेस इलाज का लाभ उठा सकते हैं। यह आपको भर्ती और क्लेम में लगने वाले समय और फालतू कागजी कार्रवाई से बचाता है। इसलिए हमेशा अपने आस-पास के सभी नेटवर्क अस्पतालों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद का कवरेज
ज्यादातर हेल्थ प्लान्स अस्पताल में भर्ती होने के दौरान होने वाले मेडिकल खर्चों को कवर करती हैं। इसलिए हमेशआ एम्बुलेंस शुल्क, मेडिकल जाँच, दवाइयाँ, डॉक्टर की फीस आदि पर होने वाले खर्चों से बचने के लिए ऐसी योजना लें, जो अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों को भी कवर करे।
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